इस Blog Post में एक ऐसी Book का Review पढ़ने को मिलेगा, जिस Book को पढ़कर आप जल्दी सफलता प्राप्त कर सकते हैं और उस Book का नाम है:- सफलता की तलाश ~ Jeff Keller. उनके बारे में बात करने से पहले मैं आपका दोस्त Vinod Kumar. आप ही के इस चैनल A Brain Charger में एक और Fresh Video के साथ आपका स्वागत करता हूं।
Jeff Keller ने पढ़ाई की और पढ़ाई के साथ-साथ काम भी किया। जब वे काम कर रहे थे, तब उन्होंने महसूस किया कि काम करते-करते वह सब कुछ मुझे नहीं मिल सकता, जिसकी मुझे उम्मीद है। इसलिए उन्होंने अपने जीवन के कुछ अनुभव के आधार पर सिद्धांत बनाए। उन सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाकर सफलता हासिल की तथा उन्ही सिद्धांतों को उन्होंने एक Book के अंदर भी लिखा और उस बुक का नाम है: सफलता की तलाश
सफलता की तलाश | Jeff Keller | Safalta Ki Tlash | Book Review in Hindi | A Brain Charger
इस Book में दिए गए सफलता के 4 सूत्रों को यदि आप अपने जीवन में उतार लेते हैं, तो आप जल्दी कामयाबी की सीढ़ियां को पार कर लेंगे –
1. जैसी करनी वैसी भरनी
यह कहावत आपने बहुत बार सुनी होगी। अपने School Life में, अपने समाज में, अपने गांव में, आपने जैसी करनी वैसी भरनी वाली कहावत काफी बार सुनी होगी। ऐसे ही एक कहावत और है कि ‘बोए पेड़ बबूल का तो आम कहां से खाए’ कहने का अर्थ है कि जिस तरह का व्यवहार आप दूसरों के साथ करेंगे, उसी तरह का व्यवहार आप दूसरों से अपने लिए पाएंगे। अर्थात यदि आप किसी का मान-सम्मान और सत्कार अच्छे से करते हैं, तो वह भी आपका भला ही चाहेगा। इसलिए यह बात सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलुओं पर लागू होती है। आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जिस तरह का व्यवहार आप दूसरों के साथ करेंगे, दूसरे भी वैसा ही व्यवहार आपके साथ करेंगे। जैसा व्यवहार आप दूसरों से अपने लिए पसंद करते हैं, वैसा ही व्यवहार आप दूसरों के साथ करें।
2. वैर भाव का त्याग:
अमेरिका के 40 वें राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को एक बार एक व्यक्ति द्वारा गोली मारी गई। वे मौत की मुंह के पास खड़े थे। तब उन्होंने अपनी पुत्री से एक बात कही कि मैं मेरे हत्यारे को क्षमा करूंगा और उन्होंने ऐसा ही किया। उन्होंने उसे कोई सजा नहीं दी, बल्कि वे राष्ट्रपति थे और उस व्यक्ति को सजा दे सकते थे। इस बात से साफ-साफ निष्कर्ष निकलता है कि वैर भाव अपने अंदर का एक जहर है और वह हमें ही नुकसान पहुंचाता है। वैर भाव हमारी रचनात्मक और सृजनात्मक शक्ति को कमजोर करता है। हमें तनाव में लाता है और हमारी कार्यशैली को प्रभावित करता है, इसलिए यदि आप सफल होना चाहते हैं, तो वैर भाव को त्याग दें।
3. अनुरूपता की बीमारी:
हम देखा-देखी करने का प्रयास करते हैं। यदि कोई इंसान कुछ करके सफल हो रहा है, तो हम उसकी कॉपी करने की कोशिश करते हैं। यह काम एक बीमारी की तरह फैलता जा रहा है। लोग बहुत ज्यादा देखा-देखी करने लग गए हैं, लेकिन यह सत्य है कि अनुरूपता के चक्कर में लोग अपने जीवन का तीन-चौथाई जीवन व्यर्थ कर देते हैं। जब आप किसी की देखा-देखी करते हैं, तो आप उसके जैसा बनने की कोशिश करते हैं। लेकिन आपके अंदर उसके जैसे गुण भी होने चाहिए, इसलिए आप अपनी खुद की योग्यताओं को पहचानिए और उनको Scale Up करें, Focus करें और उन्हीं पर काम करें, जिससे आप बड़ी सफलता पा सकते हैं।
4. उत्साह का जादू:
आपने देखा होगा कि जब आप टीवी देख रहे होते हैं और चैनल बदलते हैं, वहां पर कोई विज्ञापन आ गया और उस विज्ञापन में Seller किसी Product के बारे में बता रहा है और बहुत जोश में उसके बारे में बता रहा है और इसी के साथ उस प्रोडक्ट को उपयोग में लेने वाले लोग भी उसका फायदा साथ-साथ ही बता रहे हैं, तो एका-एक आप उस विज्ञापन को देखते हुए रुक जाएंगे। लेकिन एक बार आप सोचिए कि ऐसा क्यों हुआ? आपको वह प्रोडक्ट लेना नहीं था, लेकिन आप रुके और आपने आर्डर भी कर दिया। यह था उत्साह का जादू, जब आप किसी को उत्साह में देखते हैं, तो आप उसकी ओर आकर्षित होते हैं। आप उसके साथ जुड़ना पसंद करते हैं। इसलिए यदि आपको भी बड़ी सफलता चाहिए, तो आप हमेशा उत्साहित रहे।
यदि आप अपने जीवन में जल्दी सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो Jeff Keller की यह Book ‘सफलता की तलाश’ आपको अवश्य पढ़नी चाहिए।
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