Pages

बुधवार, 1 सितंबर 2021

बुक 21 वीं सदी का व्यवसाय ( The Business of 21st Century ) रॉबर्ट टी कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki) की पुस्तक की समीक्षा और सार हिंदी में

बुक 21 वीं सदी का व्यवसाय ( The Business of 21st Century ) रॉबर्ट टी  कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki) की पुस्तक की समीक्षा और सार हिंदी में

पुस्तक समीक्षा (Book Review) : The Business of 21st Century

हिंदी अनुवाद (Hindi Translation) : 21वीं सदी का व्यवसाय

लेखक (Writer) : रॉबर्ट टी कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki) 


लेखक के बारे में (About Author) : रॉबर्ट टी कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki) ने पैसों और व्यवसाय के बारे में बहुत सारे लोगों को मार्गदर्शन दिया है। बहुत सारे लोग इनको अपना आदर्श मानते हैं। इन्होंने बहुत सारी बुक्स लिखी हैं, जिनमें रिच डैड पुअर डैड पहली और बहुत ही प्रसिद्ध बुक है। बिजनेस स्कूल के बाद नेटवर्क मार्केटिंग पर आधारित 21वी सदी का व्यवसाय किताब बहुत सारे लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हुई है।

 पुस्तक के बारे में (About Book) :  यह पुस्तक मुख्य रूप से नेटवर्क मार्केटिंग से संबंधित है लेकिन इसे वे सभी लोग पढ़ सकते हैं जो अपने व्यवसाय को बहुत आगे तक लेकर जाना चाहते हैं।

इस पुस्तक में बहुत सारी ऐसी शिक्षाएं दी गई है जिनको फॉलो करके हम इस 21वीं सदी में अपने व्यवसाय को ऊंचाइयों पर पहुंचा सकते हैं। 

इनमें से 10 महत्वपूर्ण शिक्षाएं इस वीडियो में बताई गई है :

अपने आर्थिक भविष्य की बागडोर अपने हाथ में संभालिए :

21वीं सदी के समय में औद्योगिक क्रांति जा चुकी है जिसमें नौकरी पर ज्यादा जोर दिया जाता था। आज के समय में हमारी परवाह कोई नहीं करेगा, इसलिए अपने आर्थिक भविष्य की बागडोर हमें अपने हाथ में लेनी होगी। यह युग सूचना का युग है जिसमें हमें बहुत कुछ सीखते हुए आगे बढ़ना होगा। 

बुक 21 वीं सदी का व्यवसाय ( The Business of 21st Century ) रॉबर्ट टी  कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki) की पुस्तक की समीक्षा और सार हिंदी में
(21 Vi Sadi Ka Vyvasaya by Robert T. Kiyosaki |10 Learning | Book Summary in Hindi l A Brain Charger)

अपने आर्थिक जीवन मूल्यों को पहचानिए : 

रॉबर्ट टी कियोसाकी ने दुनिया की पूरी जनसंख्या को काम के अनुसार चार भागों (quadrants) में बांटा है - 

(i) नौकरी (Employment) : यह एक ऐसा जाल है जहां पर हम हमारी जरूरत तो पूरी कर सकते हैं, लेकिन हमारे सपनों को पूरा नहीं कर सकते और हमारी इच्छा अनुसार इनकम भी नहीं बढ़ा सकते हैं। इसमें हमें एक बने बनाए पैटर्न के हिसाब से चलना पड़ता है। 

(ii) स्वरोजगार (Self-Employment): यह एक ऐसा सुनहरा क्वाड्रेंट (Quadrant) है जिसमें डॉक्टर, वकील, सीए, जनरल स्टोर, मेडिकल स्टोर आदि आते हैं जो अपना काम खुद करते हैं और हमें लगता है कि हमारा कोई बॉस नहीं है, हमें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है और हम अपने आप को बिजनेसमैन भी समझने लग जाते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा मुश्किल में इसी क्वाड्रेंट के लोग रहते हैं क्योंकि ना तो यह अपने परिवार को समय दे पाते हैं और ना ही स्वयं को तथा गवर्नमेंट के कानून भी सबसे ज्यादा इसी क्वाड्रेंट के लोगों को परेशान करते हैं। 

(iii) बिजनेस (Business): इसमें ऐसे काम आते हैं, जिसमें हमारे लिए या हमारे साथ 500 या उससे अधिक लोग काम करते हैं। यहां पर हमारी टीम, हमारा नेटवर्क हमारे लिए काम करता है। इसमें अगर 6 से 12 महीने हमारी फिजिकल उपस्थिति ना भी रहे, तो भी ऑटो पायलट सिस्टम (Auto-Pilot System) के द्वारा इनकम आती रहती है, इसलिए हमें भी कुछ ऐसा ही काम करना चाहिए जिसमें अनुकूल तथा प्रतिकूल दोनों ही परिस्थितियों में हम हमारी मंजिल की तरफ बढ़ते रहें। 

(iv) इन्वेस्टमेंट (Investment): यहां इन्वेस्टमेंट का अर्थ जमीन या प्रॉपर्टी लेकर रखना नहीं है बल्कि पैसों से पैसा कमाना है। इसके लिए पहले हमें नौकरी और स्वरोजगार के क्वाड्रेंट से निकलकर बिजनेसमैन बनना होगा और उसके बाद हम इन्वेस्टमेंट के जरिए पैसों से पैसा बनाना सीख लेंगे। 

इस तरह से रॉबर्ट टी कियोसाकी के द्वारा बताए गए इन चार क्वाड्रेंट को हमें अच्छी तरीके से समझना चाहिए और अपने आर्थिक जीवन मूल्यों को समझते हुए, यह फैसला लेना चाहिए कि हमें कौन से क्वाड्रेंट में हमारी लाइफ को जीना है। 

यूट्यूब विडियो देखें: 

प्रचुरता की भरपूर मात्रा : 

इस संसार में पैसा, एनर्जी, चतुराई, रचनात्मकता, महत्वाकांक्षा या कोई सामग्री, ये सभी चीजें प्रचुर मात्रा में भरी हुई है। इसलिए हमें किसी के साथ भी द्वेष ना रखते हुए सभी को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। हमें हमारे ड्रीम के अनुसार ब्रह्मांड से सभी चीजें मिल जाएंगी।

संपत्ति और दायित्व : 

वह चीज जो हमें पैसा कमा कर देती है वह हमारी संपत्ति है और जिसकी वजह से हमारी जेब से पैसा निकलता है वह हमारा दायित्व है। हमारी गाड़ी या हमारे घर को हम हमारी संपत्ति मानते हैं लेकिन इनके मेंटेनेंस के लिए समय-समय पर हमारी जेब से पैसा निकलता रहता है इसलिए यह हमारे दायित्व है। यदि हम हमारे घर को किराए पर देते हैं तो उससे हमारी जेब में पैसा आता है इसलिए वह हमारी संपत्ति है। इसलिए हमें ऐसी ज्यादा से ज्यादा चीजें डिजाइन करनी है जिनसे हम इनकम प्राप्त कर सकें। हमारा बिज़नेस बनाकर उससे संपत्तियां बना सकते हैं। रॉबर्ट टी कियोसाकी के अनुसार हमें हमारा कीमती समय ऐसी जगह बिल्कुल नहीं लगाना चाहिए जहां हमारी संपत्ति ना बन कर केवल हमारा गुजारा ही चल रहा हो। 

असली दुनिया की व्यवसायिक शिक्षा: 

रॉबर्ट टी कियोसाकी के अनुसार 3 तरीके की शिक्षाएं हैं - स्कूली शिक्षा, पेशेवर शिक्षा और वित्तीय शिक्षा। स्कूली शिक्षा में हम व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करते हैं। पेशेवर शिक्षा में हम डिग्रियां हासिल करते हैं और नौकरी की तलाश करते हैं। वित्तीय शिक्षा वह शिक्षा है, जिसमें हम सीखते हैं कि पैसे से पैसा कैसे कमाया जाता है। इसलिए वित्तीय शिक्षा हमारे लिए बहुत जरूरी है। इसी के साथ साथ हमें हमारे व्यवहारिक ज्ञान को और अधिक बढ़ाना चाहिए जिससे हमारी शंकाएं, चिंता और डर निकल सके। हमें समय प्रबंधन तथा निवेश से संबंधित शिक्षाएं भी हमें लेनी चाहिए जिससे हम हमारे आर्थिक भविष्य को मजबूत बना सके। 

यूट्यूब विडियो देखें:  

विजेता और पराजित व्यक्तित्व : 

विजेता और पराजित दोनों ही तरीके के व्यक्तित्व हमारे अंदर है। हम जिस व्यक्तित्व को ज्यादा काम में लेते हैं हमारा उसी तरह का व्यक्तित्व स्थाई हो जाता है। ज्यादातर लोग साधारण जिंदगी इसलिए जीते हैं क्योंकि वह अपने पराजित व्यक्तित्व को जीतने देते हैं। यदि हमें हमारी सपनों की जिंदगी जीनी है तो हमेशा विजेता व्यक्तित्व को जीतने देना है। विजेता व्यक्तित्व हमेशा उत्सुक और उत्साहित रहता है। वह हमेशा कुछ करने और सीखने के लिए तैयार रहता है। हम अच्छी बुक्स पढ़कर, अच्छे माहौल में रहकर, अच्छे दोस्तों की संगत में रहकर या अच्छी बातें सीख कर हमारे विजेता व्यक्तित्व को बड़ा कर सकते हैं और पराजित व्यक्तित्व को दबा सकते हैं।

नेटवर्क की शक्ति : 

हमेशा प्रोडक्ट से ज्यादा नेटवर्क में ताकत होती है। जिसका नेटवर्क जितना बड़ा होता है वह उतना ही बड़ा पैसा कमाता है। पैसा कमाने का, नेटवर्क से पावर फुल तरीका दुनिया में नहीं है। नेटवर्क हम वीडियो के द्वारा, मार्केटिंग के द्वारा या फिर बिजनेस के द्वारा, किसी भी तरीके से बना सकते हैं। नेटवर्क बनाकर ही हम हमारे आर्थिक भविष्य को सुरक्षित और सुनहरा बना पाएंगे।

वास्तविक दौलत निर्माण की कार्यप्रणाली : 

रॉबर्ट टी कियोसाकी के अनुसार हमें हमारे बिजनेस को एक छोटे बच्चे की तरह पालना चाहिए। उस छोटे बच्चे के लिए हम जितना समय और प्रयास लगाते हैं, उसी तरीके से हमें पूरी लगन के साथ कम से कम 5 साल तक हमारे बिजनेस को पालना जरूरी है। इस दौरान हमारे बिजनेस से आने वाली इनकम को हमें खर्च ना करके, सीखने के लिए इन्वेस्ट करना होगा। जिससे हमारे बिजनेस में एक सिस्टम डिवेलप हो जाएगा और हमारा बिज़नस ऑटो पायलट मोड में चला जाएगा । ऑटो पायलट मोड में जाने के बाद आने वाले पैसे को हम खर्च कर सकते हैं क्योंकि अब यह पैसा रुकने वाला नहीं है और बार-बार आने वाला है। 

पुस्तको कि सारणी 

बड़े सपने : 

जब हम बड़े सपने देखते हैं तो लोग हमें रोकते हैं और हमारे सपनों को जोखिम भरा बताते हैं। छोटे सपने देखने वाले लोग हमेशा छोटे रहते हैं और बड़े सपने देखने वाले लोग हमेशा आगे बढ़ जाते हैं। हमें हमेशा बड़े सपने देखते और सीखते हुए आगे बढ़ते जाना है ।रॉबर्ट टी कियोसाकी के अनुसार हम हमारे सपने को पूरा करते हुए जो सीखते हैं, वह सबसे महत्वपूर्ण होता है। हमें हमेशा बड़े सपने देखने हैं और उन्हें पूरा करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी है।

पंचवर्षीय योजना : 

अगर हम रोज 8 घंटे और सप्ताह में 5 दिन, 5 साल तक, किसी काम को करने में लगाते हैं तो हम हमारे 10,000 घंटे के फार्मूले (10,000 Hours Rule) को प्राप्त कर लेते हैं। यदि हम किसी काम को मन लगाकर 10,000 घंटे कर लेते हैं, तो हम उस काम के एक्सपर्ट और मास्टरमाइंड बन जाते हैं। इसलिए हमें किसी भी काम की शुरुआत में ही एक 5 साल का प्रोजेक्ट तैयार करना है और उसी के अनुसार हमें काम करते जाना है। हमारे इस 5 साल के टाइम में, यदि हमारे मन में प्रोजेक्ट को छोड़ने का विचार आता है तो हमें इसे कल पर टाल देना है। इस तरह से हम 5 साल का टाइम और 10000 घंटे पूरे करके हमारे काम के मास्टरमाइंड बन जाते हैं और हमारे आर्थिक भविष्य की बागडोर हमारे हाथ में ले लेते हैं।

इस तरह से रॉबर्ट टी कियोसाकी के द्वारा लिखी गई इस बुक (21वीं सदी का व्यवसाय (The Business of 21st Century) - रॉबर्ट टी  कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki)) में हमने यह सीखा कि विजेता हारने वालों से ज्यादा हारते हैं लेकिन उनमें वापस उठ कर शुरुआत करने की ताकत हारने वालों से कई गुना ज्यादा होती है। इसलिए हमें हमेशा जुनून और जोश के साथ काम करते हुए हमारे आर्थिक भविष्य को मजबूत बनाना है और हमारे सुनहरे सपनों को साकार करना है। 

धन्यवाद!

इस Book को यहाँ से खरीदें – 

बुक 21 वीं सदी का व्यवसाय ( The Business of 21st Century ) रॉबर्ट टी  कियोसाकी (Robert T. Kiyosaki) Hindi & English

इस Review व Book को पढनें के बाद अपनी राय Comment के द्वारा बताएं। रिव्यु को Share करें जिससें अन्य लोग भी इसका फायदा उठा सकें। आपकी पसंदीदा Books कौन-कौन सी है? Comment के द्वारा बताएं।
ऐसे ही अन्य Update के लिए  आप हमें YouTubeFacebookInstagramTwitter और Telegram पर Join कर सकतें है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें